Himalayan Drainage System

Himalayan Drainage System: हिमालय की अपवाह प्रणाली

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: हिमालय की अपवाह प्रणाली: एक विस्तृत अवलोकन

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: भारतीय उपमहाद्वीप विशाल और जटिल जल निकासी प्रणाली से धन्य है जो देश के भूगोल, अर्थव्यवस्था और संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हिमालय से निकलने वाली नदियाँ इस प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो कृषि, पेयजल और जलविद्युत शक्ति के माध्यम से लाखों जीवन को समर्थन देती हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम हिमालय की जल निकासी प्रणाली की प्रमुख नदियों, उनके उद्गम स्थलों, जिन राज्यों से वे बहती हैं, उनकी लंबाई और दिशा के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: प्रमुख हिमालयी नदियाँ

हिमालय की नदियों को मुख्य रूप से तीन नदी प्रणालियों में वर्गीकृत किया जा सकता है: सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र। इनमें से प्रत्येक नदी प्रणाली में कई महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ शामिल हैं जो उनकी धारा में योगदान देती हैं।

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: 1. सिंधु नदी प्रणाली

सिंधु नदी

  • उद्गम: तिब्बत के मानसरोवर झील के पास
  • राज्य: जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब (पाकिस्तान), सिंध (पाकिस्तान)
  • लंबाई: लगभग 3,180 किमी
  • दिशा: जम्मू और कश्मीर से उत्तर-पश्चिम दिशा में पाकिस्तान में प्रवेश करती है

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: मुख्य सहायक नदियाँ:

  • झेलम: जम्मू और कश्मीर के वेरिनाग स्रोत से निकलती है।
  • चिनाब: हिमाचल प्रदेश में चंद्र और भागा नदियों के संगम से बनती है।
  • रावी: हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे के पास से निकलती है।
  • ब्यास: हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे के पास ब्यास कुंड से निकलती है।
  • सतलुज: तिब्बत के राक्षसताल झील से निकलती है, हिमाचल प्रदेश और पंजाब से बहती है।

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: 2. गंगा नदी प्रणाली

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: गंगा नदी

  • उद्गम: उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर से
  • राज्य: उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल
  • लंबाई: लगभग 2,525 किमी
  • दिशा: हिमालय से दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी तक

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: मुख्य सहायक नदियाँ:

  • यमुना: उत्तराखंड के यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से बहती है।
  • घाघरा: तिब्बत के गुरला मंधाता चोटी के पास से निकलती है, नेपाल, उत्तर प्रदेश और बिहार से बहती है।
  • गंडक: नेपाल हिमालय से निकलती है, नेपाल, उत्तर प्रदेश और बिहार से बहती है।
  • कोसी: तिब्बती पठार से निकलती है और नेपाल और बिहार से बहती है।
  • सोन: मध्य प्रदेश के अमरकंटक के पास से निकलती है, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार से बहती है।

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: 3. ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: ब्रह्मपुत्र नदी

  • उद्गम: तिब्बत के चेमायुंगडुंग ग्लेशियर से
  • राज्य: अरुणाचल प्रदेश, असम
  • लंबाई: लगभग 2,900 किमी
  • दिशा: तिब्बत में पूर्व दिशा में, अरुणाचल प्रदेश में दक्षिण में मुड़कर, फिर पश्चिम और दक्षिण में असम के माध्यम से बहती है

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: मुख्य सहायक नदियाँ:

  • सुबनसिरी: तिब्बत से निकलती है और अरुणाचल प्रदेश और असम से बहती है।
  • मानस: भूटान से निकलती है और असम से बहती है।
  • तीस्ता: सिक्किम के त्सो ल्हामो झील से निकलती है, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से बहती है।
  • धनसिरी: नागालैंड से निकलती है और असम से बहती है।
  • दिबांग: अरुणाचल प्रदेश से निकलती है और असम में ब्रह्मपुत्र से मिलती है।
  • लोहित: तिब्बत से निकलती है, अरुणाचल प्रदेश से बहती है और असम में ब्रह्मपुत्र से मिलती है।

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: हिमालयी नदियों की विशेषताएँ

  1. सदैव प्रवाहमान: हिमालयी नदियाँ सदैव प्रवाहमान रहती हैं, इन्हें वर्षा और ग्लेशियरों से पिघलने वाली बर्फ से पोषण मिलता है, जिससे साल भर निरंतर प्रवाह बना रहता है।
  2. विशाल जलग्रहण क्षेत्र: इन नदियों का विशाल जलग्रहण क्षेत्र है जो कई राज्यों और यहाँ तक कि देशों में फैला हुआ है।
  3. उच्च अवसाद भार: हिमालय के युवा वलित पर्वतों के कारण, ये नदियाँ उच्च अवसाद भार ले जाती हैं, जो नीचे की ओर उपजाऊ मैदानों में योगदान देता है।
  4. जलविद्युत क्षमता: इन नदियों के ऊपरी हिस्सों में खड़ी ढलानें इन्हें जलविद्युत उत्पादन के लिए आदर्श बनाती हैं।
  5. बाढ़: मानसून के मौसम में, ये नदियाँ अक्सर मैदानी इलाकों में बाढ़ का कारण बनती हैं, जिससे कृषि और बस्तियों पर प्रभाव पड़ता है।

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: निष्कर्ष

Himalayan Drainage System | हिमालय की अपवाह प्रणाली: हिमालयी नदी प्रणालियाँ भारतीय उपमहाद्वीप की जीवनरेखाएँ हैं, जो भूगोल को आकार देने और लाखों लोगों की आजीविका का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन नदी प्रणालियों को समझना प्रभावी जल संसाधन प्रबंधन, आपदा तैयारी और सतत विकास के लिए आवश्यक है। जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन हिमालयी ग्लेशियरों को प्रभावित करता है, इन महत्वपूर्ण जल स्रोतों की निगरानी और प्रबंधन भविष्य की पीढ़ियों के लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *