इन राशियों पर चल रही है साढ़ेसाती अगर नहीं किया ये उपाय तो हो सकता है बड़ा नुकसान 

शनि की साढ़े साती क्या है? शनि की साढ़े साती एक ज्योतिषीय अवधारणा है, जिसे जीवन में कठिनाई और चुनौतियों के समय के रूप में माना जाता है। यह अवधि तब शुरू होती है जब शनि ग्रह चंद्रमा से बारहवें, पहले और दूसरे भाव में होता है। यह कुल मिलाकर साढ़े सात साल की अवधि होती है, इसलिए इसे 'साढ़े साती' कहा जाता है।

साढ़े साती के दौरान समस्याएं साढ़े साती के दौरान व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह समय तनावपूर्ण और चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन उचित उपायों और सकारात्मक दृष्टिकोण से इसे सरल बनाया जा सकता है।

17 जनवरी 2023 से 29मार्च 2025 तक शनि कुंभ राशि में ही मौजूद रहेंगे। शनि के कुंभ राशि में विराजमान होने के कारण मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती है।

साढ़े साती के दौरान समस्याएं साढ़े साती के दौरान व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह समय तनावपूर्ण और चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन उचित उपायों और सकारात्मक दृष्टिकोण से इसे सरल बनाया जा सकता है। साढ़े साती से बचने के उपाय आगे की स्लाइड में दिए गए हैं

शनि मंत्र जाप: शनि देव को प्रसन्न करने के लिए "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का नियमित जाप करें। यह मन को शांत करता है और जीवन में शांति लाने में मदद करता है।

हनुमान पूजा: हनुमान जी की पूजा करना भी साढ़े साती के प्रभाव को कम करता है। मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाएं।

सदाचरण और सत्कर्म: साढ़े साती के दौरान संयम और सदाचार का पालन करें। सत्कर्म करें, दूसरों की मदद करें और ईमानदारी से जीवन जिएं। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा मिलती है।

Disclaimer: उक्त उपाय इन्टरनेट से प्राप्त जानकारी पर आधारित है कोई भी उपाय करने से पहले विशेषग्य की सलाह अवश्य लें